सरकार द्वारा चलाई जा रहीं स्वास्थ्य बीमा योजनाएं
स्वास्थ्य, सुरक्षा, भोजन, घर और रोज़गार हर किसी की बुनियादी जरुरतें होती हैं। राष्ट्रीय और प्रांतीय सरकारें इन सुविधाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए तमाम योजनाएं लेकर आती हैं। जिनका उपयोग कर हम लाभ उठा सकते हैं, लेकिन अक्सर हमें इन योजनाओं की जानकारी ही नही हो पाती। वर्तमान में लोगों की सबसे बड़ी समस्या है खुद को स्वस्थ्य रखना। लेकिन भारत जैसे विभिदतापूर्ण देश में जहां लोगों में जागरुकता की कमी और गरीबी एक बड़ी समस्या है, लोगों तक सरकार द्वारा चलाई जा रहीं स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी पहुंचाना बहुत मुश्किल होता है। अत: इस लेख में हम आपको सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न हेल्थ इंश्योरेंस योजनाओं के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिनका लाभ आप प्राप्त कर सकते हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना – इस योजना को भारत सरकार के श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय द्वारा शुरु किया गया है। इसका उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने वाले परिवारों को बीमा सुरक्षा कवर प्रदान करना है। इसके द्वारा गरीब परिवारों को बीमार होने के बाद अस्पतालों के खर्चे से होने वाले बोझ से बचाया जा सकता है। योजना के तहत प्रत्येक पांच सदस्यों के परिवारों को प्रत्येक वर्ष 30 हजार रुपये का बीमा कवर दिया जाता है। इसके लिए सिर्फ परिवार को प्रति वर्ष 30 रुपये जमा करने होते हैं। इस योजना के तहत परिवारों का बायोमैट्रिक कार्ड बनाया जाता है, जिसके माध्यम से बीमित परिवार लाभ प्राप्त कर सकता है।
कर्मचारी राज्य बीमा योजना – यह योजना संगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों और उनके परिवार को सामाजिक-आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। योजना के तहत बीमित व्यक्तियों और उनके आश्रितों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। इसके साथ ही बीमारी हितलाभ, इसमें बीमारी के कारण कार्य से अनुपस्थित होने पर नकद लाभ दिया जाता है। बीमित व्यक्ति प्रसूति हितलाभ, अपगंता हितलाभ, आश्रित जन हितलाभ आदि का भी हकदार होता है। यह योजना उन श्रमिकों के लिए है, जिनका मासिक वेतन अधिकतम 15 हजार रुपये तक होता है।
केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना – यह योजना केंद्र सरकार के कर्मचारियों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है। इसमें पेंशनर्स के साथ-साथ उनके आश्रित भी शामिल हैं। योजना की शुरुआत 1954 में केंद्र सरकार द्वारा की गई थी। इसके माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं सीजीएचएस डिस्पेंसरी, एलोपैथिक, योग, आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथिक केंद्रों के माध्यम से दी जाती हैं। इसमें डिस्पेंसरी, घरेलू देखभाल, अस्पताल खर्च, ईसीजी, एक्स-रे, दवाईयां आदि कवर दिया जाता है।
आम आदमी बीमा योजना – ग्रामीण भूमिहीन परिवारों के लिए 02 अक्टूबर 2007 को आम आदमी बीमा योजना शुरू की गई थी। इसके लिए आवेदनकर्ता की उम्र 18 से 59 वर्ष होना जरुरी है। साथ ही आवेदनकर्ता परिवार का मुखिया हो या घर में कमाने वाला हो। योजना के लिए 200 रुपये का सालाना प्रीमियम देना होता है, जिसमें से 50 प्रतिशत सरकार देती है मतलब सिर्फ 100 रुपये के सालाना प्रीमियम पर योजना का लाभ लिया जा सकता है। योजना के तहत प्राकृतिक मौत होने पर 30 हजार रुपये, दुर्घटना में मौत होने पर 75 हजार, दुर्घटना के कारण आशक्त होने पर 75 हजार रुपये तथा बच्चों की पढ़ाई के लिए भी कुछ वित्तीय मदद दी जाती है।
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना – इस योजना को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 9 मई 2015 को शुरु किया गया था। इस योजना का लाभ 18 से 50 साल तक का कोई भी व्यक्ति ले सकता है। इसमें सालाना 330 रुपये जमा करने होते हैं। योजना में आकस्मिक मौत पर परिवार को 2 लाख का कवर दिया जाता है। इसका लाभ लेने के लिए कोई चिकित्सकीय परीक्षण की आवश्यकता नहीं होती।
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना – इस योजना के तहत दुर्घटनावश मृत्यु या विकलांगता की स्थिति में बीमा कवर दिया जाता है। इसके लिए 18 से 70 वर्ष की आयु तक के सभी लोग पात्र हैं। योजना के तहत मात्र 12 रुपये के सालाना प्रीमियम पर 2 लाख रुपये तक का कवर प्रदान किया जाता है। आंशिक विकलांगता की स्थिति में 1 लाख का कवर दिया जाता है।
आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य जोजना – यह योजना मोदी सरकार की सबसे बड़ी और महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इसके तहत गरीब, उपेक्षित और शहरी गरीब परिवारों को बीमा कवर प्रदान किया जाता है। योजना के तहत प्रत्येक परिवार को प्रत्येक वर्ष 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा लाभ दिया जाता है। 2011 की जनगणना के अनुसार योजना से 8.03 ग्रामीण तथा 2.33 करोड़ शहरी कुल मिलाकर लगभग 10 करोड़ परिवार लाभान्वित होंगे। योजना में अस्पताल में इलाज का पूरा खर्च कवर किया जाता है। अस्पताल में भर्ती होने से पहले और बाद के खर्चों का भी कवर मिलता है। योजना का लाभ आसानी से लिया जा सके इसके लिए प्रत्येक अस्पताल में आयुष्मान मित्र नियुक्त किए गए हैं, जो मरीजों की मदद करते हैं और योजना का लाभ दिलाते हैं। इसमें सरकारी तथा प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराया जा सकता है। इसमें परिवार के सदस्यों और उम्र का कोई बंधन नहीं है।
सरकार द्वारा चलाई जा रही इन योजनाओं का आगे आकर हमें लाभ उठाना चाहिए और दूसरों को भी जागरुक करना चाहिए जिससे उनकी भी मदद हो सके।